एक छोटी सी आवाज़ नशे के खिलाफ !

Free Khidmat Group का उद्देश्य न केवल नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाना है, बल्कि इसके कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक मजबूत मंच तैयार करना भी है। हमारा मानना है कि यदि समाज के हर वर्ग का सहयोग मिले, तो हम इस बुराई को जड़ से खत्म कर सकते हैं।

नशा मुक्त मेरा शहर....

मुज़फ्फरनगर, जो कभी अपनी तहज़ीब, इल्म और अमन के लिए जाना जाता था, आज नशे का एक बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। स्मैक, गांजा और अन्य मादक पदार्थों का व्यापार कही खुलेआम तो कही गुप्त तरीके से हो रहा है। यह हमारी आने वाली नस्लों को बर्बादी की तरफ ले जा रहा है।, विशेष रूप से स्मैक, हमारे युवाओं और समाज को अंदर से खोखला कर रहा है। यह वेबसाइट, freekhidmat.com, इसी उद्देश्य से शुरू की गई है कि हम एकजुट होकर नशा मुक्त मुज़फ्फरनगर की दिशा में काम करें और अपने समाज को इस बुराई से बचाएं।

मुज़फ्फरनगर को नशा मुक्त बनाने के इस अभियान में आपका हर कदम हमारे मिशन को मजबूत करेगा। आइए, मिलकर एक ऐसा समाज बनाएं, जहाँ नशा नहीं, बल्कि इल्म/ज्ञान, भाईचारा और समृद्धि का बोलबाला हो।

Free खिदमत Group के साथ जुड़ें और एक बदलाव की शुरुआत करें।

स्मैक का कारोबार और उसकी जड़ें: मुज़फ्फरनगर में स्मैक का कारोबार अब एक संगठित अपराध बन चुका है। कुछ इलाकों में यह कारोबार अब गुप्त अब गुप्त तरीके से चल रहा है, और यह एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा बन चुका है। इस नेटवर्क में शामिल लोग न केवल नशे की तस्करी करते हैं, बल्कि वे समाज के कमजोर वर्ग को अपना शिकार बनाते हैं।

स्मैक माफिया का नेटवर्क इतना मजबूत है कि यह कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा। यह माफिया न केवल युवाओं को अपनी गिरफ्त में ले रहा है, बल्कि वह परिवारों और समाज को भी अपनी जाल में फंसा रहा है। इन अपराधियों के पास इतनी ताकत है कि वे पुलिस को भी दबाव में ले लेते हैं। यह माफिया खुलेआम अपनी गतिविधियाँ चला रहा है, और कोई भी इसके खिलाफ आवाज उठाने की हिम्मत नहीं कर रहा है। नशे के कारोबारियों का असली चेहरा, जो लोग नशे के कारोबार में लिप्त हैं, उनका असली चेहरा समाज के सामने आना चाहिए। वे लोग जो न केवल अपने लाभ के लिए इस गंदे धंधे में लिप्त हैं, बल्कि वे समाज के सबसे कमजोर वर्ग को अपनी गिरफ्त में ले रहे हैं। इन लोगों के पास पैसा और ताकत है, और यही कारण है कि वे अपनी गतिविधियों को आसानी से चला रहे हैं।
मुज़फ्फरनगर आज पश्चिम उत्तर प्रदेश का मुख्य स्मैक सप्लाई हब बन चुका है। यहाँ के कई क्षेत्रों में स्मैक का कारोबार इतनी तेजी से बढ़ा है कि यह न केवल स्थानीय युवाओं को प्रभावित कर रहा है, बल्कि आसपास के जिलों और राज्यों तक भी इसकी जड़ें फैल चुकी हैं।

युवाओं पर प्रभाव: नशा हमारे युवाओं को उनके सुनहरे भविष्य से दूर कर रहा है। जो युवा कल देश का भविष्य बन सकते थे, वे आज स्मैक और अन्य नशों की गिरफ्त में हैं। नशे की लत उन्हें शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से कमजोर बना रही है।

परिवारों पर असर: नशे की वजह से परिवार बिखर रहे हैं। माता-पिता अपने बच्चों को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन नशे के कारोबारियों के जाल में फंसकर कई परिवार तबाह हो रहे हैं।नशे के कारण समाज में अपराध, चोरी, और हिंसा बढ़ रही है। जो लोग नशे के कारोबार में लिप्त हैं, वे समाज को कमजोर कर रहे हैं।

हमें इस समस्या को गंभीरता से लेना होगा और नशे के खिलाफ एक मजबूत आंदोलन खड़ा करना होगा। यह समय की आवश्यकता है कि हम सब मिलकर नशे के कारोबारियों के खिलाफ आवाज उठाएं और समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रयास करें। केवल इसी तरह हम अपने समाज को इस घातक जाल से बचा सकते हैं और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं। यह केवल एक शुरुआत है, और यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक हम इस घातक नशे के कारोबार को पूरी तरह से समाप्त नहीं कर देते।

नशे का बढ़ता कहर: मुज़फ्फरनगर का काला सच...

नशे के खिलाफ जागरूकता एक इबादत...

नशे के खिलाफ आवाज उठाना और लोगों को जागरूक करना भी एक इबादत है। अगर हम अपने समाज को इस बुराई से बचाने के लिए कदम नहीं उठाते, तो कल क़यामत के दिन हमसे पूछा जाएगा कि हमने अपने भाई-बहनों को बर्बाद होते देखकर क्या किया।

हज़रत मुहम्मद (ﷺ) ने फरमाया:
"जो बुराई देखे, उसे अपने हाथ से रोके। अगर यह न कर सके तो अपनी ज़बान से रोके। और अगर यह भी न कर सके तो अपने दिल में बुरा माने, और यह ईमान का सबसे कमज़ोर दर्जा है।"
(सहीह मुस्लिम)

हमारी जिम्मेदारी: अपने घर से शुरुआत करें, अपने बच्चों को नशे के नुकसान के बारे में बताएं। उन्हें इस्लामी तालीम और कुरआन-हदीस की रोशनी में सही राह दिखाएं।

समाज को जागरूक करें: मस्जिदों, मदरसों और स्कूलों में नशे के खिलाफ सेमिनार और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें।

नशे के व्यापार की सूचना दें: अगर आपको कहीं भी नशे का व्यापार होता दिखे, तो तुरंत संबंधित अधिकारियों को सूचित करें।

दुआ और तौबा करें: अल्लाह से दुआ करें कि वह हमारे समाज को इस बुराई से बचाए और नशे के शिकार लोगों को हिदायत दे।

समाज को जागरूक करने की आवश्यकता: समाज को इस गंभीर संकट से निपटने के लिए जागरूक होने की आवश्यकता है। हमें यह समझना होगा कि नशा सिर्फ एक व्यक्तिगत समस्या नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक खतरा है। नशे के कारोबारियों के खिलाफ हमें एकजुट होकर खड़ा होना होगा और इस काले धंधे को समाप्त करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। हमें यह भी समझना होगा कि यह समस्या केवल मुज़फ्फरनगर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे पश्चिम उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में फैल चुकी है। अगर हम इस समस्या से निपटने के लिए सामूहिक प्रयास नहीं करते, तो यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक गंभीर संकट बन सकता है।